मंगलवार, 12 फ़रवरी 2013

इंदिरा दांगी के कथा संग्रह मेरी एक सौ पचास प्रेमिकाएं का विमोचन



जानी-मानी कथाकार इंदिरा दांगी के कथा संग्रह एक सौ पचास प्रेमिकाएं का लोकार्पण दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में नामचीन समीक्षक नामवर सिंह ने किया। पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर अशोक वाजपेयी, केदारनाथ सिंह सहित साहित्य जगत की कई हस्तियां उपस्थित थीं। प्रतिष्ठित राजकमल प्रकाशन से आए इस कथा संग्रह में विभिन्न मूड की इंदिरा की १३ कहानियां शामिल हैं। बकौल चित्रा मुद्गल इंदिरा की कहानियां परंपरा और आधुनिकता के द्वंद्व की कहानियां हैं। प्रतिष्ठित साहित्यकार ज्ञानरंजन का भी कथन है कि बुंदेलखंड से बाजार पटल पर आई एक नई लिखावट जिसने कम उम्र और कम समय में अपनी जगह बना ली है। (प्रेस विज्ञप्ति)

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

संघ की कवरेज....


आखिरी किश्त ...
दैनिक भास्कर ने 14 नवंबर को सुदर्शन प्रकरण में तीन खबरें प्रकाशित की है। एक ही शीर्षक सुदर्शन पर मानहानि के मुकदमे की सलाह से प्रकाशित पहली खबर नई दिल्ली से लिखी गई है। पहली खबर में संघ ने सोनिया गांधी को सुदर्शन पर मुकदमा चलाने का सुझाव दिया है। जयपुर से लिखी दूसरी खबर का उपशीर्षक है सुदर्शन हो सकते हैं गिरफ्तार। तीसरी खबर भोपाल से है मैदान में उतर सकता है संघ। यह खबर अंदर के पेज तक फैलाई गई है। दैनिक भास्कर ने 16 नवंबर को दो कॉलम की खबर प्रकाशित की। राजनाथ सिंह के हवाले से लिखी गई खबर का शीर्षक है कांग्रेस भ्रष्टाचार से ध्यान बंटाने को सुदर्शन को दे रही तूल : राजनाथ। भास्कर ने 16 को ही तीन कॉलम की एक खबर भी प्रकाशित की है सुदर्शन व राहुल-दिग्विजय के खिलाफ परिवाद पेश। इंदौर से लिखी इस खबर के साथ तीनों नेताओं के छोटे-छोटे फोटो भी प्रकाशित किया है।

गुरुवार, 24 जनवरी 2013

आरएसएस की कवरेज....



गतांक 10 से आगे...
राष्ट्रीय सहारा ने 14 नवंबर को फिर लिखा सुदर्शन पर कानूनी शिकंजा कसा। दो कॉलम की इस खबर को अगले पृष्ठ तक फैलाया गया है। राष्ट्रीय सहारा ने 15 नवंबर को तीन कॉलम की खबर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह के हवाले से लिखा- संघ के बचाव में उतरे राजनाथ।
पंजाब केसरी ने सुदर्शन प्रकरण को लेकर 14 नवंबर को चार खबरें प्रकाशित कीं। भाषा के हवाले से अखबार ने दो कॉलम की खबर लिखा संघ के पूर्व प्रवक्ता ने सुदर्शन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का सुझाव दिया।

रविवार, 13 जनवरी 2013

अवनीश सिंह चौहान को सृजनात्मक साहित्य पुरस्कार

07 जनवरी को जयपुर के भट्टारकजी की नसियां स्थित इन्द्रलोक सभागार में पं. झाबरमल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष जनरल वी.के. सिंह जी और गुलाब कोठारी जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह रहे जबकि पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। 
 
तत्पश्चात जनरल वी के सिंह जी और गुलाब कोठारी जी के कर-कमलों से अवनीश सिंह चौहान को सम्मानित किया गया। पत्रिका का वार्षिक 'सृजनात्मक साहित्य सम्मान-2013 के अंतर्गत श्री चौहान को 11000 रू. नकद, सम्मान पत्र और श्रीफल प्रदान किया गया। राजस्थान पत्रिका की ओर से हर साल दिए जाने वाले सृजनात्मक साहित्य पुरस्कारों की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। कविता में पहला पुरस्कार युवा कवि अवनीश सिंह चौहान के गीतों को दिया गया। इटावा में जन्मे अवनीश सिंह चौहान युवा कवियों में अपना अहम स्थान रखते हैं। हमलोग परिशिष्ट में प्रकाशित उनके तीन गीत- 'किसको कौन उबारे', 'क्या कहे सुलेखा' तथा 'चिंताओं का बोझ- ज़िन्दगी' आम आदमी के संघर्ष और रोजी-रोटी के लिए उसके प्रयासों को रेखांकित करते हैं और भी कई अनकही पीड़ाओं को बयां करते हैं उनके गीत। अब अवनीश के ये गीत उनके सधः प्रकाशित संग्रह 'टुकड़ा कागज़ का' में संकलित हैं। 

शुक्रवार, 11 जनवरी 2013

आरएसएस के प्रदर्शन की कवरेज....



गतांक से आगे 9...
नवभारत टाइम्स ने 13 नवंबर को एक ही खबर प्रकाशित की। दिल्ली में संघ मुख्यालय के बाहर कांग्रेसियों के प्रदर्शन की तीन कॉलम की तस्वीरों के साथ प्रकाशित यह खबर भी तीन कॉलम की है और इसका शीर्षक है संघ के खिलाफ हजारों कांग्रेसी सड़कों पर।
लेकिन उसके प्रतिद्वंद्वी अखबार दैनिक हिंदुस्तान ने 13 नवंबर को पांच खबरें प्रकाशित की हैं। पहली खबर आरएसएस कार्यालय पर कांग्रेस का प्रदर्शन महज दो कॉलम की है , लेकिन उसके साथ झंडेवालान पर कांग्रेसियों के प्रदर्शन की पांच कॉलम की तस्वीर प्रकाशित की गई है। दूसरी खबर को हिंदुस्तान टीम ने लिखा है। तीन कॉलम में प्रकाशित इस खबर को सुदर्शन की तस्वीर और ग्राफिक से सजा कर छापा गया है।

शुक्रवार, 4 जनवरी 2013

मदद के इच्छुक संपर्क करें

मीडिया मीमांसा ब्लॉग को वेबसाइट में तब्दील करने में बहुत सारे लोगों ने इच्छा जताई है...लेकिन आर्थिक वजहों से फिलहाल ऐसा कर पाना संभव नहीं है...जो लोग मदद कर सकते हैं...वे कृपया संपर्क करें
uchaturvedi@gmail.com

आरएसएस के प्रदर्शन की कवरेज....

गतांक से आगे 8....


सुदर्शन प्रकरण को लेकर द इंडियन एक्सप्रेस की खबर यात्रा बाद में भी जारी रही। अखबार ने 14 नवंबर को प्रकाशित तीन कॉलम की खबर मे सुदर्शन जी का एक कॉलम का फोटो भी लगाया है। इस खबर का शीर्षक है स्यू सुदर्शन : आरएसएस लीडर टू सोनिया। 15 नवंबर को अखबार ने पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के हवाले से लिखा- मूव कोर्ट, स्टॉप स्ट्रीट प्रोटेस्ट्स, सेज राजनाथ टू कांग। दो कॉलम की इस खबर के साथ जाहिर है राजनाथ सिंह का छोटा सा फोटो भी है। इसी दिन यानी 15 नवंबर को अखबार ने प्रकाशित किया है सुदर्शन्स कमेंट सोनिया रिमार्क्स हैव लोवर्ड हिज स्टेटस। एक कॉलम की पीटीआई की यह खबर इंदौर दौरे पर आए पूर्व भाजपा नेता गोविंदाचार्य के हवाले से लिखी गई है।