गतांक 10 से आगे...
राष्ट्रीय सहारा ने
14 नवंबर को फिर लिखा – सुदर्शन
पर कानूनी शिकंजा कसा। दो कॉलम की इस खबर को अगले पृष्ठ तक फैलाया गया है।
राष्ट्रीय सहारा ने 15 नवंबर को तीन कॉलम की खबर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ
सिंह के हवाले से लिखा- संघ के बचाव में उतरे राजनाथ।
पंजाब केसरी ने
सुदर्शन प्रकरण को लेकर 14 नवंबर को चार खबरें प्रकाशित कीं। भाषा के हवाले से
अखबार ने दो कॉलम की खबर लिखा –
संघ के पूर्व प्रवक्ता ने सुदर्शन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का सुझाव दिया।
इसी
खबर के साथ भाषा एजेंसी के हवाले से ही अखबार ने एक कॉलम की खबर प्रकाशित की है – मनीष तिवारी को भाजपा ने भेजा नोटिस। अखबार
ने इसी दिन वार्ता एजेंसी की खबर प्रकाशित की है – कांग्रेस संघ को निशाना बनाना छोड़े, परिणाम गंभीर
होंगे : भाजपा। इसी दिन अखबार ने
अपने संपादकीय पृष्ठ पर त्रिदिव रमण का स्तंभ मिर्च मसाला प्रकाशित किया है।
जिसमें उन्होंने सुदर्शन जी पर कटाक्ष किया है – सुदर्शन का असली दर्शन। अखबार ने 16 नवंबर को अपने
निदेशक आदित्य चोपड़ा का लेख प्रकाशित किया है – कांग्रेस अपने गिरेबां में झांके। संपादकीय पृष्ठ पर
प्रकाशित इस लेख में कांग्रेस पर सवाल खड़े किए गए हैं।
नवभारत टाइम्स ने 14
नवंबर को लिखा – सुदर्शन पर केस
करवाएं सोनिया: संघ नेता। दो
कॉलम की यह खबर एजेंसी ने भेजी थी। दैनिक हिंदुस्तान ने 14 नवंबर को तीन कॉलम की
खबर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर और तरूण विजय के हवाले से
प्रकाशित की है। ब्यूरो और एजेंसियों की मिलीजुली खबर का शीर्षक है – सुदर्शन मामले में धमकी पर उतरी भाजपा। इस
खबर के साथ प्रकाश जावड़ेकर की छोटी तस्वीर और कुछ हाईलाइट्स भी प्रकाशित किए गए
हैं। दैनिक हिंदुस्तान ने 15 नवंबर को भाषा एजेंसी की इंदौर से भेजी तीन कॉलम की
खबर प्रकाशित की। पूर्व भाजपा नेता गोविंदाचार्य के हवाले से लिखी इस खबर का
शीर्षक है – सोनिया की टिप्पणी
से संघ की प्रतिष्ठा गिरी। इसी दिन अखबार ने अपने संपादकीय निदेशक वीर संघवी का
स्तंभ काउंटर प्वाइंट का हिंदी अनुवाद संघ के काले साये में भाजपा शीर्षक से
प्रकाशित किया है। हिंदुस्तान के संपादकीय पृष्ठ पर इसे प्रमुख लेख में प्रकाशित
किया जा रहा है। इसके अगले दिन यानी 16 नवंबर को गोरखपुर डेटलाइन से प्रकाशित की
है। तीन कॉलम की इस खबर का शीर्षक है – बड़ी तैयारी में है आरएसएस। इसके साथ एक कॉलम की मोहनराव भागवत की फोटो
भी प्रकाशित की गई है।
जनसत्ता ने 14 नवंबर
को दिल्ली और कानपुर डेटलाइन से एजेंसी की तीन कॉलम की खबर प्रकाशित की है।
सुदर्शन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें सोनिया : वैद्य शीर्षक इस खबर को अंदर के पेज पर भी फैलाया गया
है। इसी दिन जनसत्ता ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता तरूण विजय का पाक्षिक
स्तंभ दक्षिणावर्त प्रकाशित किया है। ऑपएड पेज पर प्रकाशित इस स्तंभ में प्रकाशित
लेख का शीर्षक है – शुक्र है देश
स्टालिनवादी नहीं। इस लेख में तरूण विजय ने सुदर्शन जी के बयान पर तकरीबन सफाई ही
दी है। इसी अखबार के जयपुर संवाददाता राजीव जैन ने 15 नवंबर को - खेमेबंदी से निजात पाने के लिए
संघ से लगाई गुहार – नाम से खबर
प्रकाशित की है। बीजेपी के हवाले से लिखी इस खबर में राजस्थान बीजेपी की
परेशानियों और गुटबाजी का जिक्र है। जनसत्ता ने 16 नवंबर को जालंधर से तीन कॉलम की
खबर प्रकाशित की है। पंजाब प्रांत के संघ चालक बृजभूषण वेदी के हवाले से लिखी इस
खबर का शीर्षक है – सुदर्शन के
बयान से संघ पर पड़ेगा असर : वेदी।
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