अमर उजाला ने 24 अक्टूबर को तीन कॉलम की खबर
प्रकाशित हो रही है – अजमेर
ब्लास्ट में फंसे संघ नेता। सभी अखबारों ने संघ-बीजेपी की प्रतिक्रिया 24 अक्टूबर
को ही दी है। लेकिन अमर उजाला को यह खबर देने का विचार अगले दिन यानी 25 अक्टूबर
को आया। इस दिन अखबार ने खबर दी है – अजमेर केस : भाजपा ,
संघ बिफरे। 27 अक्टूबर को अखबार ने संघ परिवार की खबर दी है। दो कॉलम की इस खबर का
शीर्षक है – संघ पर शिकंजे से
भगवा दल परेशान। इसके अगले दिन जयपुर डेटलाइन से खबर है – अजमेर ब्लास्ट में नया खुलासा, संघ नेता ने दिए थे
निर्देश। दो कॉलम की यह खबर राजस्थान
एटीएस के हवाले से लिखी गई है। अमर उजाला ने आठ नवंबर को संघ के देशव्यापी धरने पर
बैठने की खबर तीन कॉलम में छापी, जिसका शीर्षक था- भगवा ताप नापेंगे भागवत।
पंजाब केसरी ने अक्टूबर में एजेंसियों के
हवाले से दो खबरें प्रकाशित की है। पहली खबर 24 अक्टूबर को प्रकाशित की गई है,
जिसका शीर्षक है – अजमेर दरगाह
विस्फोट में आरएसएस का हाथ। चार कॉलम की यह खबर दूसरे पेज तक फैलाई गई है। 27
अक्टूबर को अखबार लिखता है –
राजस्थान एटीएस इंद्रेश कुमार से पूछताछ करेगा। तीन कॉलम की इस खबर का स्रोत
राजस्थान एटीएस ही है। पंजाब केसरी ने 3 नवंबर को भोपाल डेटलाइन से एजेंसी की खबर
प्रकाशित की – संघ से जुड़े
आरोपों के बाद मध्य प्रदेश और राजस्थान आमने-सामने। 7 नवंबर को अखबार ने आरएसएस के
हवाले से एजेंसी की खबर प्रकाशित की है- इंद्रेश कुमार को शारीरिक, मानसिक रूप से
प्रताड़ित किया गया : संघ।
11 नवंबर को अखबार लिखता है –
मुसलमान भी मानते हैं इंद्रेश को फंसाया गया।
देश के दूसरे नंबर के अखबार दैनिक भास्कर ने
24 अक्टूबर को तीन खबरें प्रकाशित की हैं। पहली खबर अजमेर और दिल्ली डेटलाइन से
लिखी गई है। इंद्रेश से होगी पूछताछ शीर्षक इस खबर को ग्राफिक्स और एटीएस की
रिपोर्ट के एक अंश की स्कैन कॉपी से सजाया गया है। इसी दिन एक विश्लेषण भी दिल्ली डेटलाइन से
प्रकाशित किया गया है, जिसका शीर्षक है- संघ पर फिर हमलावर मुद्रा में कांग्रेस।
24 अक्टूबर को संघ परिवार की प्रतिक्रिया दी गई है। विश्लेषणात्मक इस प्रतिक्रिया
का शीर्षक है नए आरोपों से संघ की पेशानी पर पर पड़ा बल। 28 अक्टूबर को संघ पर
कांग्रेस के हमलावर रूख जैसी खबर प्रकाशित की गई है – संघ की गतिविधि पर क़ड़ी नजर रखने की जरूरत : कांग्रेस। इसी अखबार ने 4 नवंबर को खबर
प्रकाशित की – अजमेर ब्लास्ट :
एक और गिरफ्तार। इस खबर में बम बनाने और
पैकिंग में किसी हर्षद सोलंकी का हाथ होने का जिक्र किया गया है। राजस्थान एटीएस
के एडीजी कपिल गर्ग के हवाले से प्रकाशित इस खबर को चार कॉलम का डिस्प्ले मिला है।
चार नवंबर को ही दिल्ली डेटलाइन से अखबार ने एक खबर प्रकाशित की है – शाहनवाज को किया आगे।
इंद्रेश कुमार का नाम आने पर नवभारत टाइम्स ने
सिर्फ दो खबरें प्रकाशित कीं। पहली खबर 24 अक्टूबर को प्रकाशित की। दो कॉलम की इस
खबर का शीर्षक है – संघ नेता का
हाथ ? जबकि 27 अक्टूबर को
प्रकाशित खबर का शीर्षक है- आरएसएस को कांग्रेस की नसीहत।
सबकी खबर ले और सबकी खबर देने का दावा करने
वाले अखबार जनसत्ता की खबर का शीर्षक है – अजमेर दरगाह धमाके के आरोप पत्र में इंद्रेश का नाम आने से संघ में
खलबली। दो कॉलम की इस खबर को दूसरे पेज तक फैलाया गया है। इसी अखबार ने 4 नवंबर को
– अजमेर बम धमाके का अभियुक्त
गिरफ्तार- शीर्षक से भी खबर प्रकाशित की है। जनसत्ता नौ नवंबर को दो खबरें
प्रकाशित की हैं। भोपाल से लिखी खबर का शीर्षक है – यूपीए सरकार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलने की तैयारी
में है संघ। जबकि जयपुर से लिखी खबर का शीर्षक है – आरएसएस पर बम विस्फोटों के आरोपों के खिलाफ संघ
धरने-प्रदर्शन शुरू करेगा। दोनों खबरें दो-दो कॉलम की हैं और उन्हें ठीकठाक
डिस्प्ले मिला है।
राष्ट्रीय सहारा ने इस मसले पर 24 और 25
अक्टूबर को तीन-तीन खबरें प्रकाशित कीं हैं। 24 को प्रकाशित खबरों का शीर्षक है
एटीएस की चार्जशीट में खुलासा- अजमेर ब्लास्ट की साजिश में संघ नेता इंद्रेश का
हाथ, संघ परिवार में खलबली और कांग्रेस की साजिश : इंद्रेश। तीनों खबरों को मिला दिया जाय तो तकरीबन तीन
चौथाई पृष्ठ की समाचार सामग्री बनती है। राष्ट्रीय सहारा में 25 को प्रकाशित खबरों
का शीर्षक है – इंद्रेश से एटीएस
करेगी पूछताछ, देशभक्तों को कठघरे में खड़ा कर रही केंद्र सरकार : तरूण, संघ मुश्किल में पर आडवाणी खामोश।
राष्ट्रीय सहारा ने तीन नवंबर को बीजेपी की सिंगल कॉलम प्रतिक्रिया भी प्रकाशित की
है। जिसका शीर्षक है – इंद्रेश
का नाम शामिल होना कांग्रेस की साजिश। 4 नवंबर को अखबार ने अजमेर ब्लास्ट में हुई
दूसरी गिरफ्तारियों पर खबर प्रकाशित की है। तीन कॉलम की इस खबर का शीर्षक है – अजमेर धमाके और बेस्ट बेकरी कांड का अभियुक्त
गिरफ्तार। 7 नवंबर को इस अखबार ने तीन खबरें प्रकाशित की हैं। जिसमें बेंगलुरू से
प्रकाशित एजेंसी की खबर का शीर्षक है – इंद्रेश कुमार को शारीरिक, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया : आरएसएस। जबकि जयपुर से सहारा संवाददाता की खबर
है – एटीएस को इंद्रेश के खिलाफ
साक्ष्य की तलाश।
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