इस ब्लॉग पर कोशिश है कि मीडिया जगत की विचारोत्तेजक और नीतिगत चीजों को प्रेषित और पोस्ट किया जाए। मीडिया के अंतर्विरोधों पर आपके भी विचार आमंत्रित हैं।
मंगलवार, 27 मई 2008
संचार क्रांति की दस्तक !
भारत के ग्रामीण इलाकों में भी तेज ब्राडबैंड सुविधाएं मिलने का दिन नजदीक आता जा रहा है। केंद्र सरकार ने ग्रामीण इलाकों में ब्राडबैंड सेवा के विस्तार के लिए दो सौ करोड़ रूपए के कोष का ऐलान किया है। इसमें सरकार के साथ ही निजी कंपनियों का भी हिस्सा होगा। केंद्रीय संचार राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुताबिक इसमें से 150 करोड़ की रकम जहां निजी क्षेत्र से इकट्ठा किया जाएगा- वहीं 50 करोड़ की रकम भारत सरकार मुहैय्या कराएगी। सिंधिया ने एक साल के भीतर पूरे देश में एक लाख बारह हजार ब्राडबैंड केंद्र स्थापित करने का भी भरोसा दिलाया है। सरकार की घोषणा से ये जाहिर है कि आने वाले दिनों में भारतीय भाषाओं की वर्चुअल दुनिया का तेज विस्तार होने वाला है। अगर ऐसा रहा तो तय मानिए- भारत में नई संचार क्रांति ही होगी।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
उमेश चतुर्वेदी लोहिया जी कहते थे कि दिल्ली में माला पहनाने वाली एक कौम है। सरकारें बदल जाती हैं, लेकिन माला पहनाने वाली इस कौम में कोई बदला...
-
टेलीविजन के खिलाफ उमेश चतुर्वेदी वाराणसी का प्रशासन इन दिनों कुछ समाचार चैनलों के रिपोर्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटा है। प्रशासन का ...
3 टिप्पणियां:
यदि ऐसा है तो ये निश्चित रूप से क्रांतिकारी कदम होगा
पंडितजी राम राम...आप मेरा लिंक अपने ब्लॉग में डाल दें.... http://hellomithilaa.blogspot.com/
धन्यवाद
ये ब्रॉड्बैण्ड है ये तो इसका मजाक है.ये देश के काले अँग्रेज नहीं चाहते कि देश की प्रति वरना इन्हें वोट कौन देगा!!!!!!!!!!
मैंने बी एस एन एल का अनलिमिटॆड ब्रॉड्बैण्ड का अनलिमिटेड प्लान ले रखा पर इसकी स्पीड देश में चलने वाले सरकारी दफ्तरों में चलने वाले फाइल की तरह ही है और यह महीं 20 दिन बंद रहता है.
एक टिप्पणी भेजें