बिहार के एक ठेठ गांव से उठकर हिंदी साहित्य की आलोचना के क्षितिज पर अहम मुकाम बना रहे ज्योतिष जोशी को साल 2007 के प्रतिष्ठित देवीशंकर अवस्थी सम्मान के लिए चुना गया है। डॉक्टर नामवर सिंह, केदारनाथ सिंह, विष्णु खरे, विजयमोहन सिंह और उदय प्रकाश की निर्णायक समिति ने ज्योतिष की आलोचना पुस्तक - उपन्यास की समकालीनता- को पिछले तीन साल की आलोचना पुस्तकों में श्रेष्ठ पाया है। ललित कला अकादमी की पत्रिका – समकालीन कला- के संपादक ज्योतिष जोशी ने आलोचना के स्तर पर कभी श्रेष्ठता से समझौता नहीं किया। उनकी आलोचना दृष्टि में समकालीनता के साथ ही लोक संस्कृति के मूल्य पर पूरी शिद्दत से दिखते हैं। अपनी सहजता से किसी को प्रभावित कर सकने वाले ज्योतिष जोशी का लेखन भी सहज है। इसे उनके संपादन वाली पत्रिका – समकालीन कला- में भी देखा-परखा जा सकता है।
मीडिया मीमांसा की ओर से इस मौके पर ज्योतिष जोशी को बधाई !
इस ब्लॉग पर कोशिश है कि मीडिया जगत की विचारोत्तेजक और नीतिगत चीजों को प्रेषित और पोस्ट किया जाए। मीडिया के अंतर्विरोधों पर आपके भी विचार आमंत्रित हैं।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
उमेश चतुर्वेदी लोहिया जी कहते थे कि दिल्ली में माला पहनाने वाली एक कौम है। सरकारें बदल जाती हैं, लेकिन माला पहनाने वाली इस कौम में कोई बदला...
-
टेलीविजन के खिलाफ उमेश चतुर्वेदी वाराणसी का प्रशासन इन दिनों कुछ समाचार चैनलों के रिपोर्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटा है। प्रशासन का ...
1 टिप्पणी:
ज्योतिष जोशी को बहुत बहुत बधाईयां।
एक टिप्पणी भेजें